लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर राजनीति गरमा गई है। यूपी के कैराना की सांसद इकरा हसन ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए और राज्य सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है। इकरा हसन ने यह भी कहा कि पांच लोगों की जान जाना दुखद है और यह घटनाएं बीजेपी की नीतियों का परिणाम हैं।
इकरा हसन के अनुसार, सर्वे कोर्ट के आदेश पर हुआ था और पहले भी शांतिपूर्वक किया गया था। लेकिन यूपी सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया और फिर से सर्वे टीम भेजी, जिनके साथ नारेबाज लोग थे, जिन्होंने माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की। इसके बाद विरोध प्रदर्शन हुआ, जो संविधान द्वारा हमें दिया गया अधिकार है। इकरा ने प्रशासन के कार्रवाई को शर्मनाक बताया और कहा कि इस घटना में शामिल अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार जानबूझकर राज्य का माहौल खराब करना चाहती है।
वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संविधान दिवस पर कहा कि इस दिन को मनाना तब सही नहीं है जब संभल में हिंसा में लोगों की जान चली गई। उन्होंने बताया कि संविधान का असली सम्मान तब है जब हम उसे लागू करें। वे संविधान के पालन की बात करते हुए यह भी कहा कि संविधान का सम्मान किया जाता है, लेकिन जब इस तरह की घटनाएं हों, तो जश्न मनाना उचित नहीं है।
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