यूपी सरकार ने VIP कल्चर को खत्म करने के लिए एक बहुत बड़ा फैसला लिया हैं। इसके तहत पूर्व सरकार के कई मंत्रियों और विपक्षी नेताओं की सुरक्षा घटा दी है। समाजवादी सरकार के दौरान वाई श्रेणी सुरक्षा घेरे में रहने वाले युवा ब्रिगेड के दो दर्जन नेताओं समेत 100 लोगों की श्रेणीबद्ध सुरक्षा हटाने का निर्णय लिया है। पूर्व मंत्री आजम खां की जेड सुरक्षा को वाई श्रेणी में बदलाव किया गया है लेकिन, राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल, अमर सिंह की सुरक्षा में कटौती नहीं हुई है।
प्रदेश सरकार ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती की सुरक्षा बरकरार रखी है। और वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य विनय कटियार की सुरक्षा ‘वाई’ श्रेणी से बढ़ाकर ‘जेड’ श्रेणी कर दी गई है। वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह को सिर्फ जरूरत के मुताबिक सुरक्षा देने के आदेश दिए थे। जिसके बाद सभी वीवीआईपी और वीआईपी को मिली श्रेणीवार सुरक्षा का रिव्यू किया गया।
आपको बता दे कि हाल ही पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल बत्ती कल्चर को खत्म करने की वकालत की थी। इससे कई नेताओं ने अपनी-अपनी वाहनों से लाल बत्ती निकाल दी थी। किसी राजनीतिक या विशिष्ट व्यक्ति को वीआईपी सुरक्षा देने का फैसला खतरे के आकलन के बाद होता है। चार श्रेणियों में सुरक्षा दी जाती है, जिसे जेड प्लस, जेड, वाई एवं एक्स श्रेणी कहा जाता है। सुरक्षा मांगने वाले आवेदक को अपने खतरे के बारे में बता कर सरकार को आवेदन करना होता है। और राज्य सरकार व्यक्ति खतरे का आकलन कर खुफिया एजेंसियों से रिपोर्ट मांगती है। जब इस बात की पुष्टि हो जाए तो राज्य में गृह सचिव, महानिदेशक और मुख्य सचिव की एक समिति तय करती है उसे संभावित खतरे के मुताबित किस श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी।
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