हाल ही में असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर से उत्तर प्रदेश सरकार को अपने निशाने पर लिया है. जी हाँ, उन्होंने हाल ही में यूपी पुलिस के एनकाउंटर पॉलिसी पर सवाल उठाते हुए ओवैसी ने कहा कि, 'उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुठभेड़ों के साथ नियम और नियत प्रक्रिया को बदल दिया है.'
इसी के साथ उन्होंने आगे योगी सरकार पर आरोप भी लगाया. उन्होंने यह आरोप लगाया कि 'यह केवल औपचारिकता नहीं है. यह अत्याचारी सरकार से हमारी रक्षा करने का बहुत बुनियादी आधार है. पुलिस के पास किसी को दंडित करने की शक्ति नहीं है. यूपी को छोड़कर, कहां बिना किसी सबूत के मुठभेड़ होती है.' इसी के साथ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 'कई उदाहरणों में एनकाउंटर पीड़ितों के परिवार भी पुलिस के डर से घटना को चुनौती देने से डरते हैं. कुछ उदाहरणों में यूपी पुलिस ने कथित तौर पर पीड़ितों के परिवारों के खिलाफ ही कार्रवाई की, जिसमें पीड़ितों के घरों को गिराने की कार्रवाई शामिल है.'
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा, 'यूपी पुलिस ने दिखाया है कि कैसे वह सांप्रदायिक और जातिवादी संस्था बन गई है. हिंदुत्व के अपने वैचारिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए यूपी पुलिस, योगी सरकार के हाथों की कठपुतली बन गई है.' इस तरह ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश सरकार को अपने निशाने पर लेकर कई आरोप भी लगा दिए हैं.
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