लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 2.0 प्रदेश की 11 हजार बेटियों की शादी कराने जा रही है। राज्य के विभिन्न जिलों में सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करने के लिए (10 जून और 17 जून) तारीख निर्धारित कर दी गई है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रत्येक जिले को सामूहिक विवाह कराने का टारगेट दिया गया है। सरकार प्रत्येक गरीब बेटी की शादी के लिए एक लाख रुपए का अनुदान देगी।
सामूहिक विवाह समारोह में प्रबंधों के लिए जिम्मेदारियां बांट दी गई हैं। महिला समूहों को वधुओं के श्रृंगार का जिम्मा सौंपा गया है। शादी के बाद बेटियों को राज्य सरकार के अफसर विदा करेंगे। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं समारोहों का काम संभालेंगी। गोरखपुर में 17 जून को सामूहिक विवाह समारोह रखा गया है। इसमें 250 बेटियों की शादी कराए जाने का अनुमान जताया जाता है।
सामूहिक विवाह समारोहों में विभिन्न समुदायों और धर्मों के रीति-रिवाजों के मुताबिक, विवाह कराये जाते हैं। यूपी में 2017 में पहली बार सत्ता में आने के बाद ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने सामूहिक विवाह योजना शुरू की थी। इस योजना का मकसद शादियों में अनावश्यक प्रदर्शन और फिजूलखर्ची को समाप्त करने के साथ ही गरीब परिवारों की बेटियों के ऐसे विवाह की व्यवस्था करना है, जिसमें जिले VIP जुटे हों।
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