लखनऊ: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले की चमरौवा विधानसभा सीट से पूर्व MLA अली यूसुफ अली को राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार बड़ी राहत देने जा रही है। दरअसल, राज्य सरकार, रामपुर में अली के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की तैयारी में है। सरकार ने इसके लिए प्रशासन से अदालतों या फिर पुलिस में विचाराधीन मुकदमों की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि, पूर्व विधायक के खिलाफ कुल 17 केस दर्ज हैं। इनमें से एक मुकदमे में बीते दिनों फैसला भी आ चुका है।
2012 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर MLA बने अली यूसुफ अली के खिलाफ अब तक कुल 17 केस दर्ज हो चुके हैं। इनमे से अधिकतर केस आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित हैं। अली युसुफ अली ने 2017 में कांग्रेस से चुनाव लड़ा, मगर वह हार गए। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने समावजदी पार्टी (सपा) का दामन थाम लिया था, मगर चमरौवा से टिकट नहीं मिला, तो एक बार फिर उन्होंने सपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस का 'हाथ' पकड़ लिया और चुनाव लड़ा, मगर अली यह चुनाव भी हार गए।
बसपा, कांग्रेस और सपा में घूमने के बाद अली युसूफ अली ने भाजपा ज्वाइन की। भाजपा का दामन थामने के बाद अब सरकार की तरफ से उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने की कवायद शुरू हो गई है। सरकार की तरफ से विशेष सचिव गजेंद्र की ओर से जिलाधिकारी को पत्र लिखकर उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों में पुलिस और प्रशासन की रिपोर्ट मांगी है। विशेष सचिव की तरफ से यह रिपोर्ट 16 बिंदुओं पर मांगी गई है। इसमें जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का भी मत कारण सहित मांगा गया है। शासन का पत्र आने के बाद अब प्रशासन ने इस बारे में पुलिस और अभियोजन विभाग से विस्तृत रिपोर्ट मांग ली है।
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