लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अब बेटियों को बढ़ावा देने के लिए आरंभ की गई मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत 25 हजार रुपये की आर्थिक मदद देगी। अभी इस योजना में बेटियों के जन्म लेने से लेकर उनकी पढ़ाई तक छह अलग-अलग चरणों में 15 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती रही है। भाजपा के संकल्प पत्र में किए गए इस वादे को पूरा करने के लिए महिला कल्याण विभाग ने इसे 100 दिनों की कार्ययोजना में शामिल कर लिया है। जल्द ही विभाग मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का प्रस्ताव मंत्रिमंडल की स्वीकृति के लिए भेजेगा।
बता दें कि कन्या सुमंगला योजना बेटियों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह है। इस योजना के तहत बेटियों को जन्म से लेकर उनकी उच्च शिक्षा तक की पढ़ाई के बीच छह अलग-अलग श्रेणियों में सरकार एक हजार रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक की आर्थिक मदद देती है। सीएम योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि लोग बालिकाओं के जन्म को एक उत्सव के तौर पर मनाएं। योगी सरकार 1.0 की कन्या सुमंगला योजना की सफलता के मद्देनज़र भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इस योजना में मिलने वाली आर्थिक मदद राशि को 25 हजार रुपये करने का वादा किया था। महिला कल्याण विभाग भाजपा के इस वादे को पूरा करने में लग गया है। इसके साथ ही निराश्रित महिला पेंशन पाने वाली महिलाओं को वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहली तिमाही की पेंशन भी उनके बैंक अकाउंट में भेज दी जाएगी। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के नए मैनेजमेंट इंफारमेशन सिस्टम (MIS) पोर्टल का शुभारंभ भी 100 दिनों की कार्ययोजना में शामिल है।
बता दें कि, यूपी के राजकीय संप्रेक्षण गृहों में क्षमता से ज्यादा बच्चे रह रहे हैं, इसलिए सरकार ने शाहजहांपुर में 50 बच्चों की क्षमता का नया संप्रेक्षण गृह बनवाया है। इसका उद्घाटन भी 100 दिनों की कार्ययोजना में शामिल किया गया है। इसके संचालन से राज्य में संप्रेक्षण गृहों की तादाद 27 हो जाएगी।
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