बैंगलोर: कर्नाटक के CM पद की दौड़ में पिछड़े डीके शिवकुमार ने पहली दफा खुलकर अपने दिल का दर्द बयां किया है। उन्होंने शनिवार (3 जून) को एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने मुझे CM बनाने के लिए ही वोट दिया था। मगर, क्या किया जाए, एक फैसला हुआ और मुझे वह फैसला मानना पड़ा। ऐसा पहली दफा है, जब डीके शिवकुमार ने नई सरकार बनने के बाद अपने सीएम न बनने पर खुलकर बात की है और दर्द भी बयां किया है। शिवकुमार ने यह भी कहा कि गांधी परिवार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की सलाह पर यह समझौता किया है।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि, 'आप लोगों ने मुझे बड़ी मात्रा में वोट दिया। आप चाहते थे कि मैं CM बनूं, मगर क्या कर सकते हैं? एक फैसला लिया गया। राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने मुझे कुछ हिदायत दी। उनकी बात के आगे मुझे झुकना पड़ा। अब मुझे सब्र रखना होगा और प्रतीक्षा करनी होगी।' डीके शिवकुमार ने उपमुख्यमंत्री बनने के बाद पहली दफा अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंचने पर यह बात कही। इस दौरान वह भावुक भी दिखाई दिए, मगर पार्टी आलाकमान के फैसले को मानने की बात कह अटकलों को ठंडा भी कर दिया।
इस अवसर पर शिवकुमार ने अपने समर्थकों को यह भी आश्वासन दिया कि एक दिन उनकी उम्मीदें पूरी होंगी और वह CM बनेंगे। डीके शिवकुमार ने आगे कहा कि मेरी तरह ही आप सभी को धैर्य के साथ प्रतीक्षा करनी होगी। मई में आए कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणामों में कांग्रेस ने 224 सीटों वाली विधानसभा में 135 पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच मुख्यमंत्री बनने को लेकर लंबी सियासी जंग चली थी। हालांकि, हाईकमान ने डीके शिवकुमार को कम उम्र का हवाला देते हुए प्रतीक्षा करने के लिए कहा। वहीं सिद्धारमैया को CM पद मिला है। सिद्धारमैया ने यह भी कहा कि यह उनका तो अंतिम ही कार्यकाल होगा।