तेहरान: इस्लामी मुल्क ईरान की इस्लामवादी सरकार हिजाब विरोधी आंदोलन में शामिल होने वाले लोगों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार कर रही है। सोमवार (9 जनवरी) को ईरान की सरकार ने कथित तौर पर 3 सुरक्षा बलों की हत्या में शामिल होने की वजह से, ‘अल्लाह के विरुद्ध युद्ध’ (War Against Allah) छेड़ने के इल्जाम में 3 और लोगों को सजा ए मौत सुना दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान की कोर्ट ने सुरक्षा बलों का क़त्ल करने के आरोप में सालेह मीर-हाशमी, माजिद काज़ेमी और सईद यघौबी को ‘मोहरेबेह’ यानी “अल्लाह के खिलाफ युद्ध” का दोषी पाया है। हालांकि, एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, दोषी ठहराए गए तीनों लोगों को अपनी सजा के खिलाफ अपना पक्ष रखना का अवसर दिया जाएगा। बता दें कि ईरान की इस्लामवादी सरकार अब तक हिजाब विरोधी प्रदर्शन में शामिल 17 लोगों को फाँसी की सज़ा सुना चुकी है, इनमे से केवल 6 लोगों की दोबारा सुनवाई का अवसर दिया गया है।
बता दें कि इससे पहले शनिवार (7 जनवरी) को भी ईरान में 2 लोगों को फाँसी दे दी गई थी। इन दोनों युवकों पर आरोप था कि ये महसा अमिनी के साथ हुए जुल्म और उसकी मौत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान इनकी वजह से एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई। ऐसे मामलों में 3 अन्य लोगों को सजा-ए-मौत दी गई है, जबकि 11 को कारावास की सजा सुनाई गई है।
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