दुनिया भले ही आतंक और आतंकवादियों से परेशान है और आतंक के खिलाफ हर रोज़ नै योजनाए बनाने में जुटी है मगर एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर के युवाओ का रुझान आतंक की और बड़ा है. आतंक के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के बावजूद बड़ी संख्या में घाटी के युवा आंतकी गुटों में शामिल हुए हैं. इस साल स्थानीय युवकों के आतंकी गुटों में शामिल होने की संख्या 117 है जो कि पिछले 10 साल में सबसे ज्यादा है.
7 साल में आतंकी गुटों में शामिल होते युवाओ की संख्या देखिये-
यह साल आतंकवादियों के लिए सबसे घातक माना जाता है क्योंकि 2010 के बाद इस साल सबसे ज्यादा आंतकी मारे गए हैं. वर्ष 2010 में सुरक्षाबलों ने 270 आतंकियों को मार गिराया था. 2011 में मारे गए आतंकवादियों की संख्या 119 थी. 2012 में 84 जबकि 2013 में 100 आतंकी मारे गए थे. आंकड़ों के मुताबिक इस साल का जून माह में आतंकियों के लिए काल बनकर आया. अकेले जून में ही 30 आतंकियों को मार गिराया गया जबकि जुलाई में 27 आतंकवादी मारे गए थे. अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में क्रमश: 25, 18, 18 और 27 आतंकियों को मार गिराया गया.
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