भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिल की बीमारी से पीड़ित बच्चा जिंदगी की जंग को आखिरकार हार ही गया. एक साल के मासूम युवान ने उचित इलाज और समय पर मदद न मिलने की वजह से दम तोड़ दिया.
युवान को वेंटीलेटर पर रखा गया था और वह दिल की गंभीर बीमारी से जूझ रहा था. इस खबर के बाद से माता-पिता की हालत काफी खराब है और वह किसी तरह संभालने में लगे हुए हैं. युवान के परिजनों ने तीन दिन पहले विदेश मंत्री और मध्य प्रदेश से सांसद सुषमा स्वराज और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन सरकार ने कोई ठोस पहल नहीं की.
माता-पिता का कहना है कि काश बच्चे को सही समय से इलाज मिल जाता तो वो बच सकता था. युवान की मौत के बाद से एक बार फिर सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए हैं. जन्म से ही युवान कांप्लेक्स साइनटिक कंजलनाटिक सिड्रोंम बीमारी से पीड़ित था. युवान का भोपाल के अस्पताल में तीन दिनों से इलाज चल रहा था. डॉक्टरों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर उसे जल्द ही इलाज नहीं मिला तो उसकी जान को खतरा हो सकता है. यहां के डॉक्टरों ने परिजनों से दिल्ली या मुंबई में युवान का इलाज कराने को कहा था.
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