आईपीएल के 11वें सीजन में युवराज सिंह की चमक और फीकी हो गई. 12 साल पहले 2007 में जब भारतीय क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीता था तब सीमित ओवर्स के क्रिकेट में युवराज सिंह ने खुद को महान खिलाडि़यों में शामिल कर लिया था . 2011 में हुए वनडे वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट युवी मैच जिताऊ खिलाड़ी थे. गेंदबाजों में स्टुअर्ट ब्रॉड से अच्छा भला इस बात को कौन जानता है. युवी ने इस गेंदबाज के एक ओवर में छह छक्के लगाए थे.
युवी की लेफ्ट आर्म स्पिन भी टीम में बैलेंस और कप्तान को राहत देती थी. पॉइंट क्षेत्र में उनके क्षेत्ररक्षण ने ऊंचे मानक बना डालें थे. युवराज ने आईपीएल में 128 मैच खेले और 2652 रन बनाए. उनका सर्वोच्च स्कोर 83 रन रहा. युवी ने आईपीएल में 12 अर्धशतक उड़ाए और 36 विकेट लिए. वे आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब, पुणे वॉरियर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेले लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीदों से कम ही रहा. इस साल वे उस टीम(पंजाब) के पास लौटे जिसके साथ उनका आईपीएल कॅरियर शुरू हुआ था. लेकिन वे पूरे मैच नहीं खेल पाए.
आईपीएल के 11वें सीजन में युवराज के आंकड़ों को देखने पर लगता है कि युवराज का जादुई कमाल अब बीते वक्त की बात है. वक़्त का एक बेमिसाल खिलाड़ी से इस तरह से रूत जाना यहाँ सबक देता है कि समय से ज्यादा बलवान कोई नहीं है समय राजा को रंक और रंक को राजा बनाने में देर नहीं करता.
युवराज आज खेलेंगे करियर का आखिरी मैच...
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