लखनऊ: मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सदस्य जफरयाब जिलानी का इंतकाल हो गया है. वो लखनऊ के जाने माने वरिष्ठ अधिवक्ता भी थे. जिलानी बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के प्रमुख व यूपी के अपर महाधिवक्ता रह चुके हैं. जिलानी काफी समय से बीमार चल रहे थे. लालबाग के निशात हॉस्पिटल में उनका उपचार चल रहा था. दो वर्ष पूर्व उनको ब्रेन हैमरेज भी हुआ था. इसके बाद वो ठीक हो गए थे.
बता दें कि, जिलानी राजनेता तो नहीं रहे, मगर हमेशा से ही सुर्खियों में उनका नाम रहता था. राम मंदिर मामले में वो मुस्लिम पक्ष की ओर से वकील थे. जिलानी लखनऊ के कई शिक्षण संसथान से भी जुड़े रहे हैं. मुमताज डिग्री कॉलेज के ट्रस्ट में उनका योगदान है. तहजीब के शहर में उनके इंतकाल से शोक लहर दौड़ गई है. सोशल मीडिया पर ही उनकी मौत की खबर सुनने के बाद लोग उनके कामों को याद कर रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
अमीनाबाद की गलियों में उनका नाम मशहूर था. यहीं एक मुमताज बाजार भी स्थित है. वो भी गिलानी का ही बताया जाता है. जिलानी कभी किसी सियासी दल का हिस्सा नहीं रहे. हालांकि समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता आजम खान के वो रिश्तेदार हैं. अयोध्या मामले में जिलानी से लगातार मजबूती से अदालत में मुस्लिम पक्ष रखा. जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया, तो उनको बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी का संयोजक बना दिया गया था. जफरयाब जिलानी के पुत्र नज़म जफरयाब ने उनके इंतकाल की पुष्टि की है. लखनऊ के निषाद अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था. यहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके परिवार में पत्नी दो बेटे और एक बेटी है. आज शाम को ही उन्हें सुपुर्द-ए-ख़ाक कर दिया जाएगा.
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