बुधवार से देशभर में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है और इस मौके पर देशभर के सभी देवी मां के मंदिरों में भक्तों का तांता तो लगा ही है और साथ ही कई जगहों पर रामलीला का भी आयोजन हो रहा है. देशभर में कई जगह 10 अक्टूबर से रामलीला की शुरुआत हो गई है और ये 19 सितंबर यानि शुक्रवार तक चलेगी. लेकिन हम आपको आज एक ऐसी रामलीला के बारे में बता रहे हैं जो एकता में अनेकता का प्रतिक है. उत्तर प्रदेश के इटावा में होने वाली रामलीला की खास बात ये है कि इसमें जो शख्स भगवान शिव की भूमिका निभा रहा है उसका नाम है जहीरुद्दीन शाह.
जहीरुद्दीन शाह पिछले 32 वर्षों से भगवान शिव बन रहा है. जहीरुद्दीन ने बात करते हुए बताया कि 'वो नमाज अदा करने के अलावा पूजा-पथ भी करते हैं. वो रामलीला में पिछले 32 साल से भगवान शंकर की भूमिका निभा रहे हैं. जब लोग भगवान शंकर को देखते हैं तो वो लोगों को बताते हैं कि उन्हें भगवन शंकर में मोहम्मद साहब दीखते हैं.' जहीरुद्दीन का ये मानना है कि भले ही सभी धर्मों का रास्ता अलग हो लेकिन ये जाता एक ही तरफ है.
इस रामलीला में जहीरुद्दीन के अलावा और भी दो मुस्लिम कलाकार अलग-अलग भगवान का किरदार निभाते हैं. जहीरुद्दीन ने बताया कि वो ना सिर्फ नमाज अदा करते हैं बल्कि वो भगवान शिव और मां दुर्गा की भी पूजा कर आरती भी करते हैं. उनका ऐसा मानना है कि रामलीला में धर्म और अधर्म को दिखाया जाता है और इसलिए उन्होंने इसका चुनाव किया है. जहीरुद्दीन हिन्दू धर्म के वेद पुराणों के बारे में भी सभी जानकारी रखते हैं.