नई दिल्ली : मुस्लिम धर्म प्रचारक और इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक जाकिर नाइक को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। दरअसल उनके मामले में जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा है कि जाकिर की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने अक्टूबर 2015 में आईएसआईएस के आतंकी अबू अनस को स्काॅलररिशप के तौर पर 80 हजार रूपए दिए थे।
गौरतलब है कि अनस को एनआईए ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर हमला करने की साजिश रचने और इस फिराक में रहने के आरोप में पकड़ा था। उसे जनवरी माह में पकड़ा गया था। दरअसल अनस राजस्थान स्थित टोंक का निवासी है, जो कि पेशे से इंजीनियर है। गौरतलब है कि अनस सीरिया जाने के प्रयास में था। मगर आतंकी हमले की साजिश रचने के दौरान उसे पकड़ लिया गया। एनआईए ने संस्था को लेकर और कई तरह की जांच की है।
एनआईए ने मुंबई में संस्था व ट्रस्टियों से जुड़े लगभग 20 स्थलों पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान जाकिर के भाषणों की रिकाॅर्डिंग जब्त हुई है। जाकिर के भाषणों के डीवीडी, वीडियो रिकाॅर्डस जैसी जानकारी भी बरामद हुई है। जाकिर नाइक के एनजीओ से महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले हैं अब एनआईए इन दस्तावेजों की गहनता से जांच कर रही है।
जांच के दौरान इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के इंटरनेट प्रयोग को प्रतिबंधित कर दिया गया है सोश्यल मीडिया पर संस्था के अकाउंटर, माइक्रो ब्लाॅगिंग साईट्स के ही साथ यूट्युब पर इसके वीडियो प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। एनआईए ने जिस आतंकी अनस को पकड़ा था वह आतंकी अब तिहाड़ जेल में है माना जा रहा है कि अनस से भी जाकिर को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
भारत नहीें आया जाकिर तो जारी होगा रेडकाॅर्नर नोटिस