नई दिल्ली: गुरुवार रात की गई कार्रवाई में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जाकिर नाईक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के एफसीआरए लाइसेंस के नवीनीकरण में मदद करने वाले पांच अफसरों को निलंबित कर दिया गया है. गौरतलब है की जाकिर नाईक के खिलाफ कई तरह की जांचें चल रही हैं. अफसरों पर आरोप है कि इसके बावजूद उन्होंने कथित इस्लामिक प्रचारक के स्वयंसेवी संगठन के नवीनीकरण में उसकी मदद की.
जानकारी के अनुसार, निलंबित किए गए अफसरों में ज्वाइंट सेक्रेटरी फारेन अफेयर्स, दो अंडर सेक्रेटेरी हैं और एक सेक्शन अफसर शामिल हैं. बताया जाता है कि मंत्रालय को जब पता चला कि इन अफसरों ने जाकिर नाईक के एनजीओ 'इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन' के लाइसेंस का नवीनीकरण कर दिया है तो वरिष्ठ अधिकारियों ने यह कार्रवाई की. इस मामले में पहले चार अफसरों को सस्पेंड किया गया और फिर देर रात ज्वाइंट सेक्रेटरी को भी जिम्मेदार मानते हुए उन्हें भी निलंबित कर दिया गया.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि "नाईक के खिलाफ जांच चल रही है, लेकिन इन अफसरों ने इस बात को नजरअंदाज किया. इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है." उन्होंने ट्वीट किया "गृह मंत्रालय ने लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए कानून बनाए हैं. लेकिन जब केस चल रहा हो तो नवीनीकरण नहीं हो सकता. वैसे भी हमने यह सारा मामला ऑनलाइन कर रखा है ताकि कोई गड़बड़ी न हो."