नई दिल्ली। चर्चित साॅफ्टवेयर रैंसमवेयर से बड़े पैमाने पर कई संस्थाओं को नुकसान हो रहा है। जहां बैंकिंग प्रणाली में बाधा आई है वहीं इस वायरस अटैक ने मंदिरों की कंप्युटर कार्यप्रणाली प्रभावित की। तिरूपति और तिरूमाला मंदिर में कंप्युटर वर्किंग को प्रभावित करने के बाद अब यह कंप्युटर भारतीय आॅनलाईन फूड डिलिवर करने वाली कंपनी ज़ूमाटो को प्रभावित कर रहा है।
ज़ूमाटो को लेकर एक सिक्योरिटी ब्लाॅग में जानकारी दी गई है कि करीब 17 मिलियन उपभोक्ताओं के अकाउंट इस वायरस के प्रभाव के कारण डार्क वेब पर बेचे गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार ज़ूमाटो डेटाबेस में उपयोगकर्ता का ईमेल और पासवर्ड भी है। दरअसल यह डाटा सही बताया जा रहा है और कहा जा रहा है कि इसका उपयोग किया जा सकता है।
यह भी कहा गया है कि जो पासवर्ड चोरी कर लिए गए हैं। वे हैश में हैं इन्हें टैक्स्ट में बदला नहीं जा सका है। मगर इस तरह से सायबर सिक्योरिटी पर एक बड़ा सवाल लग गया है। लोग परेशान हैं और कंपनी विशेषज्ञों के साथ मिलकर वायरस अटैक की परेशानी को साॅल्व करने में लगी है।