जयपुर. भारत में आए दिनों आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देकर देश की शांति भंग करने वाले, बेगुनाह लोगों और देश के जवानों की हत्या करने वाले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को आज एक सबक मिला. हालांकि यह मौका आने में सालों का वक़्त लगा, पर आतंकियों के हौसले पस्त करने में यह एक महत्त्वपूर्ण कदम होगा. आज देश में आतंकवादी साजिश रचने के आरोपी 8 आतंकवादियों को 7 साल बाद आजीवन कारावास की सज़ा मिली. आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े इन 8 आतंकियों को दोपहर बाद सजा सुनाई गयी. एडीजे कोर्ट-17 में सज़ा के बिंदुओं पर बहस कल ही पूरी हो गई थी. सभी आतंकियों को कड़ी सुरक्षा के बीच आज अदालत में पेश किया गया. आज दोपहर बाद इन्हें इनके काले कारनामों के लिए सज़ा सुनाई गयी. एसओजी ने इन सभी को देश में आतंकी साजिश रचने के आरोप में साल 2010 के अक्टूबर में गिरफ्तार किया था. सज़ा पाने वाले इन 8 लश्करी आतंकवादियों में कुछ आस्तीन के सांप भी हैं, जो भारतीय होते हुए भी भारत में आतंक फैलाना चाहते थे. इन 8 आतंकियों में से 3 पाकिस्तान के नागरिक हैं, जबकि 5 भारतीय नागरिक हैं. असगर अली, शकर उल्लाह और मोहम्मद इकबाली नामक आतंकी पाकिस्तानी हैं, जबकि निशाचंद अली, पवन पुरी, अरुण जैन, काबिल खां और अब्दुल मजीद भारतीय हैं. गर्लफ्रेंड के घर मिली नेशनल हॉकी प्लेयर की लाश जबरन धर्म परिवर्तन करवाने वाले ईसाई प्रचारक गिरफ्तार दहेज़ ने फिर ली एक जान