मथुरा. कथित जबरन धर्म परिवर्तन आंदोलन मामले में मथुरा पुलिस ने 7 ईसाई धर्म प्रचारकों को गिरफ्तार किया. इन गिरफ्तार प्रचारकों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया.
गांव में निचली जाति के करीब 700 लोग रहते हैं. पुलिस ने एक ग्रामीण से मिली शिकायत के आधार पर 7 प्रचारकों को गिरफ्तार किया. ग्रामीणों ने बताया कि, “आरोपी प्रचारक इरौली गुर्जर गांव में पिछले एक महीने से सक्रिय थे और निवासियों को बाइबल बांट रहे थे. जब कोई भी उनकी दलीलों पर ध्यान नहीं दे रहा था, तो उनमें से एक आरोपी ने सोमवार को आक्रमक रुख लेते हुए, कुछ निचली जाति के परिवारों के साथ जबरन धर्म परिवर्तन की कोशिश की.”
एसपी आदित्य शुक्ला ने बताया, “उनपर आईपीसी की धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने के लिए जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण किया गया कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया.” अधिकारियों के अनुसार, “शादी के बाद हाल ही में गांव में रहने आई ममता नाम की महिला ने, सोमवार को प्रेयर के लिए प्रचारकों को अपने घर बुलाया. ममता के परिवार वालों ने आरोप लगाया कि अपने धर्म का प्रचार करते हुए पादरियों ने दूसरे देवी-देवताओं का अपमान किया. हमने इसका विरोध किया और स्थानीय लोगों को इस बारे में अवगत कराया. ममता के ससुर ने 7 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई . सुरीर पुलिस थाने के प्रभारी बीएन सिंह ने कहा, “आरोपियों की पहचान स्टैंली जैकब, डेविड, विजय कुमार, अमित, सुमित वर्गीस, अनीता और दिनेश के रूप में हुई.”
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