दाऊदी बोहरा संप्रदाय ने अपने संप्रदाय के लिए नया स्वास्थ्य परामर्श दिया है जिसके अनुसार पश्चिमी शौचालयों की बजाय भारतीय शैली के शौचालयों के इस्तेमाल की सलाह दी गई है. सैयदना साहब की हिदायत के बाद कई समाजजन अब अपने घरों में देशी कमोड लगवा रहे हैं. 53वें धर्मगुरु सैयदना आलीकदर मुफद्दल मौला ने उर्स मुबारक के दौरान समाजजन से कहा था कि “सेहत और पाकीजगी के लिए यह जरूरी है कि हम लोग देशी कमोड का इस्तेमाल करें. विदेशी कमोड के इस्तेमाल में व्यक्ति पाकीजा नहीं रहता जबकि नमाज पढ़ने के लिए पाकीजा होना जरूरी है.” संप्रदाय के एक प्रवक्ता ने कहा, “ यह स्वीकृत तथ्य है कि भारतीय शैली के शौचालयों के इस्तेमाल के कुछ निश्चित चिकित्सकीय फायदे हैं.” हालांकि उन्होंने कहा कि परामर्श में दिए गए निर्देश लोगों के लिए बाध्यकारी नहीं हैं. वरिष्ठ समाजसेवी सफदर हुसैन ने बताया कि “आयुर्वेद और चरक संहिता में शौच का जो तरीका बताया गया है, वह उपयुक्त है. सैयदना साहब ने भी समाजजन को उपयुक्त हिदायत दी है. पेट साफ रहेगा तो बीमारी नहीं होगी. सही जीवन शैली अपनाने का फायदा होता है. इसका अनुसरण करने का समाज के लोगों ने मन बना लिया है. सेहत और पाकीजगी के हिसाब से सैयदना साहब ने हिदायत दी है, जिसे अमल में लाना समाजजन ने शुरू कर दिया है. अब जिन लोगों के यहां वेस्टर्न टॉयलेट हैं वे लोग भी इंडियन शीट लगा रहे हैं. इस बात की समझाइश भी समाजजन को दी जा रही है.” इस्लाम की निंदा का पोस्ट करने वाला युवक गिरफ्तार टॉर्च की रोशनी में किया 32 मरीजों का ऑपरेशन जेल में छोटा राजन को मरवाने का प्लान