हैदराबाद : देश भर में लोग जहां नववर्ष मनाए जाने की योजनाओ को बनाने में व्यस्त है. हर कोई नया साल अपने अंदाज में मनाने की तेयारियों में लगा है, वही आंध्र प्रदेश सरकार ने सभी मंदिरो के लिए बेहद ही अजीब फ़रमान जारी किया है. फ़रमान के अनुसार कोई भी मंदिर, उत्सव मनाकर नए साल का स्वागत नही करेगा. अपने आप में यह पहला सर्कुलर है जिसमें नए साल का जश्न न मनाने का आदेश दिया गया है. आज़ाद भारत के इतिहास में किसी भी राज्य सरकार की और से ऐसा सर्कुलर जारी नही किया गया. लेकिन कुछ समय से देश के अंदर राष्ट्रवाद और हिंदुत्व को लेकर एक नया माहौल तैयार किया जा रहा है. शुक्रवार को राज्य सरकार की और से मंदिरो को नोटिस जारी कर यह आदेश दिया गया. नोटिस में कहा गया कि नए वर्ष की पूर्व संध्या पर मंदिरो में सजावट नही होगी. इसके पीछे की वजह बताई ये गई है की यह पश्चिमी सभ्यता से जुड़ा हुआ जश्न है और हिंदू संस्कृति का हिस्सा नही है. आंध्र प्रदेश सरकार के एंडॉमेंट्स विभाग ने इस आदेश को जारी किया है. सर्कुलर में कहा, 'हिंदू संस्कृति के मुताबिक, उगाडी तेलुगू लोगों के लिए नया वर्ष होता है. सरकार की किसान विरोधी नीतियों से खफा RLD पीएम मोदी ने सवाई माधोपुर बस हादसे पर जताया शोक कुंभ का नाम बदलने पर योगी सरकार को कहा- 'हिंदू विरोधी' मकान में लगी भीषण आग