नईदिल्ली। 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले को लेकर, एक ओर जहां डीएमके के नेताओं समेत विभिन्न आरोपियों को बरी करने की जानकारी सामने आई है वहीं विनोद राय को 2 जी स्पैक्ट्रम घोटाले पर दी गई रिपोर्ट को लेकर, हर ओर से आलोचनाओं का सामना करना पड़ गया है। इस घोटाले में खजाने को 1.76 लाख करोड़ रूपए का नुकसान होने की संभावना जताई जा रही थी। इस मामले में कहा गया कि, विवादास्पद कैग अमेरिका में अवकाश मना रहे हैं। गौरतलब है कि, विनोद राय को इस दौरान आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर, मोदी सरकार ने बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी वित्तीय संस्थाओं और राष्ट्रीयकृत बैंक्स में नियुक्तियां करने वाली महत्वपूर्ण संस्था बैंक ब्यूरो का प्रमुख नियुक्त किया। मगर 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले को लेकर उनकी हर ओर आलोचना हो रही है। गौरतलब है कि, विनोद राय बीसीसीआई के मुख्य प्रशासक हैं, उनके पास एक महत्वपूर्ण पद हैं वे, करीब 20 हजार करोड़ रूपए के फंड पर नियंत्रण प्राप्त कर रहे हैं। गौरतलब है कि, 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में पूर्ववर्ती यूपीए सरकार को बड़ी राहत मिली थी। हालांकि, सभी आरोपियों को बरी करने के मामले में जमकर राजनीति हुई थी लेकिन, पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि, मैं किसी बात को और आगे नहीं बढ़ाना चाहता हूॅं। 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर हुए निर्णय ने बदली राजनीति - खुला भाजपा का विकल्प 2 जी घोटाले से तमिलनाडु में बन सकते हैं नए राजनीतिक समीकरण 2जी स्पेक्ट्रम मामला: आवंटन में अनियमितता बरती गई 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में सभी आरोपी बरी