नईदिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र हंगामाखेज होता जा रहा है। संसद के इस सत्र में पांचवे दिन भी हंगामा होने के आसार हैं। माना जा रहा है कि, आज भी संसद में हंगामा होगा। हंगामे को लेकर, भाजपा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने राज्यसभा के नियम 267 के अंतर्गत नोटिस जारी करते हुए कहा कि, यदि कांग्रेस नेता संसद में हंगामा करते हैं तो फिर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के विरूद्ध बहस की जाना चाहिए। कांग्रेस सांसदों की मांग है कि, पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो टिपणी की थी उसे लेकर वे माफी मांगे। माफी की मांग को लेकर, हंगामा बढ़ता जा रहा है। बुधवार को संसद में लोकसभा और राज्य सभा में हंगामा हुआ और कार्रवाई प्रभावित रही। लोकसभा में कांग्रेस सांसदों ने भोजनावकाश के बाद वाॅकआउट किया। इसके पूर्व दोनों ही सदनों की कार्रवाई स्थगित की गई। इस मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि, पाकिस्तान के साथ साजिश में शामिल होने संबंधि जो बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया था उसे लेकर, वे स्पष्टीकरण दें और बताऐं कि, साजिश में कौन मिला है और उन पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करें। कांग्रेस नेता रेणुका चैधरी ने भी संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग की। सरकार की ओर से मंत्री विजय गोयल ने कहा कि, प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ऐसा कुछ नहीं कहा है। उनके भाषण के पूरे मसौदे को देख लें। शोरशराबे के बीच पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान विधेयक 2017 पेश किया। सदन में गूंजे शर्म करो - शर्म करो के नारे, स्थगित हुआ सदन भाजपा संसदीय दल की बैठक में बिगड़ी मंत्री की तबियत जमीन अधिग्रहण को लेकर मुआवजा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध