पश्चिम बंगाल। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो की बैठक में विभिन्न मसलों को लेकर सहमति नहीं बनी है। इन मसलों में वर्ष 2019 की चुनावी रणनीति भी शामिल है। दरअसल सहमति का विषय भारतीय जनता पार्टी के लिए, कांग्रेस और अन्य धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के साथ, राजनीतिक तालमेल बनाए रखने को लेकर था। इस मामले में जानकारी सामने आई है कि, पोलित ब्यूरो की दो दिवसीय बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में जिन विषयों पर चर्चा हुई और जो निर्णय हुए, उन्हें 19 से 21 जनवरी तक होने वाली बैठक में केन्द्रीय समिति के समक्ष रखा जायेगा। यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण थी। बैठक में, आगामी तीन वर्षों में अपनाए जाने वाले राजनीतिक रूख को लेकर, पार्टी से संबंधित सुझाव दिए गए। इन प्रस्तावों को लेकर, पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और उनके पूर्ववर्ती नेता प्रकाश करात ने दो नोट्स प्रस्तुत किए। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी की मंशा सामने आई जिसमें कहा गया कि, वर्ष 2019 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और सांप्रदायिक शक्तियों को हराने हेतु, कांग्रेस से विचारधारा के स्तर पर विभिन्न तरह का गठबंधन किया जाए। जानकारी सामने आई है कि, पोलित ब्यूरो द्वारा 22 वीं, कांग्रेस के लिए राजनीतिक रिपोर्ट के मसौदे पर चर्चा भी की गईं, जिसमें, करात ने अपने नोट में जोर दिया कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति में भाजपा मुख्य प्रतिद्वंद्वी है, और माकपा की प्राथमिकता सांप्रदायिक ताकतों को हराने की होनी चाहिए लेकिन, कांग्रेस के साथ कोई राजनीतिक तालमेल नहीं होना चाहिए। कांग्रेस से तालमेल पर माकपा पोलित ब्यूरो में नहीं बनी सहमति राहुल ने कहा पीएम को प्यार से हराऊॅंगा साऊथ कोरिया ने नार्थ कोरिया पर लगाए नए प्रतिबंध प्रचार के लिए मोदी को करना पड़ रही मशक्कत - लालू