इलाहाबाद। उत्तरप्रदेश राज्य में भ्रष्टाचार का शोर मच रहा है। दरअसल राज्य में टाॅयलेट निर्माण के कार्य में बड़ा घोटाला सामने आया है। इस दौरान करीब 199 ग्राम प्रधान एवं पंचायत सचिव के विरूद्ध इलाहाबाद में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। इस घोटाले में करीब 51 लाख रूपए की हेरफेर की जानकारी सामने आई है। मामले में 17 अन्य आरोपियों की मौत हो चुकी है। इनके विरूद्ध अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज कर दिया गया है। मामले में कार्रवाई हेतु पुलिस रणनीति तैयार करने में लगी है। जानकारी सामने आई है कि उत्तरप्रदेश राज्य में स्वच्छता अभियान के अंतर्गत वर्ष 2002 में टाॅयलेट निर्माण कार्य को गांव - गांव में प्रारंभ कर दिया गया। पंचायत सचिव इस मामले में रिपोर्ट तैयार कर रहे थे। हालात ये रहे कि भले ही टाॅयलेट निर्मित हुआ नहीं मगर इसके लिए जिम्मेदारों ने लाखों रूपए ले लिए। इस मामले में कई लोगों को फर्जी तरह से टाॅयलेट के लिए राशि का आवंटन किए जाने की जानकारी दी। वास्तविकता यह रही कि, गांवों में टाॅयलेट का निर्माण ही नहीं हुआ। उन्हें टाॅयलेट निर्माण के नाम पर रूपयों का आवंटन कर दिया गया। अब इस मामले में संबंधितों पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। मामले में जांच की जा रही है। शक्ति की शरण में डिप्टी सीएम सिसौदिया मधु कोड़ा को 3 वर्ष कैद और 25 लाख जुर्मान का पड़ा कोड़ा विकास जातिवाद और संप्रदायवाद से तय होगी चुनावी जीत