देशभर से रोज़ाना बलात्कार पीड़िताओं की सिसकियाँ सुनाई पड़ती हैं. हर राज्य में यह अपराध होता है. पर कुछ राज्यों के हालात बहुत ही बुरे हैं. कुकर्म की कालिख से बदनाम एक राज्य हरियाणा में नैशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की 2016 की रिपोर्ट के अनुसार, रोज़ाना 3 बलात्कार होते हैं. बलात्कार पीड़िताओं में एक बड़ी संख्या नाबालिग बच्चियों की है. नैशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की इस रिपोर्ट में लिखा है कि पिछले साल हरियाणा में बलात्कार के 1,189 मामले दर्ज हुए हैं जिनमें से करीब 44 फीसदी यानी 518 मामलों में पीड़ित लड़कियों की उम्र 18 साल से कम है. हरियाणा के पड़ोसी पंजाब और हिमाचल प्रदेश के अलावा राजस्थान में भी बच्चियों के साथ दरिंदगी के मामले दर्ज किए गए हैं. सबसे बुरी स्थिति तो उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की है. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो में दिए गए आंकड़ों में दर्ज मामलों की संख्या को यदि हम राज्यों की आबादी के साथ तुलना करें तो स्थिति बहुत गंभीर नज़र आती है. ख़ास तौर पर हरियाणा में. यह राज्य पहले ही कन्या भ्रूण हत्या के मामले में बदनाम है, ऊपर से 44 फीसदी बलात्कार के केस तो नाबालिग बच्चियों से हैं. ऐसे में हरियाणा में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है. कैथल गैंगरेप के 3 आरोपी गिरफ्तार, 2 फरार लव जिहाद हत्याकांड के खिलाफ दिल्ली में उग्र प्रदर्शन लहसुन धोखाधड़ी करने वाले आरोपी धराए