करौली : घटना गांव महोली की है जहां पिछले दिनों खेतों के ऊपर जा रहे बिजली के तार अचानक स्पारकिंग होने से टूट गये और खेत में कार्य कर रहे किसान उद्धभसिंह के ऊपर गिर गये. करंट लगने से किसान की मौके पर ही मौत हो गई. ग्रामीण जब इसकी शिकायत लेकर विद्युत विभाग के पास गए और मुआवजे की मांग करने लगे तो विभाग ने मुआवजा देने से ये कह कर मना कर दिया की किसान विद्युत चोरी करता था. जिसका ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंच विरोध किया. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर अभिमन्यु कुमार को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण किसान उद्धभसिंह की मौत हुई है और विभाग मुआवजा देने के बजाय बिना किसी जांच पड़ताल के निराधार आरोप लगाये जा रहा है. जिसका हम ग्रामीण विरोध करते हैं. मुआवजे को लेकर विभाग की ना-नुकुर के बाद विद्युत मंडल ने मुआवजे की मांग को साफ ठुकरा दिया है और किसान और इसके परिवार पर बिजली चोरी का इलज़ाम भी लगा दिया है. ग्रामीणों में इसी बात को लेकर आक्रोश भी है. ग्रामीणों का कहना है कि विद्युत विभाग द्वारा मृतक उद्धभसिंह के परिजनों को दस लाख रूपये मुआवजा राशि मिले, जिससे मृतक किसान के परिवार का गुजर-बसर आसानी से हो सकें. किसानों के लिए आयोजित सम्मेलन में किसानों से मारपीट यहां निवेश करने से दुगुना होगा पैसा और खेती न करे किसान - छत्तीसगढ़ सरकार अन्नदाता आत्महत्या करे या आन्दोलन ?