नई दिल्ली : गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले महाराष्ट्र के भंडारा गोंदिया लोक सभा सीट से बीजेपी के सांसद नानाभाऊ पटोले ने पीएम मोदी की कार्य शैली से नाराज होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. पीएम मोदी के खिलाफ विद्रोह करने वाले संभवतः वे देश के पहले सांसद बन गए हैं. उल्लेखनीय है कि नानाभाऊ पटोले ने 2014 के लोकसभा चुनाव में नसीपी के दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल को हराया था. वे लम्बे अर्से से बीजेपी नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नाराज चल रहे थे. उनकी शिकायत किसानों को लेकर थी . इस्तीफा देने के बाद पटोले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर भी पीएम ने किसानों के हित में उठाए मुद्दों को अनसुना किया. जबकि दूसरी खबर यह भी है कि गत सप्ताह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से पटोले ने मुलाकात की थी. ऐसे में उनके कांग्रेस में जाने की भी अटकलें लगाई जा रही है. वे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी नाराज चल रहे थे. पटोले ने बीजेपी के पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा के नेतृत्व में चल रहे किसानों के आंदोलन में भी भाग लिया था. एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के बीजेपी से बढ़ते प्रेम को भी पटोले के इस्तीफे की एक वजह माना जा रहा है. लगता है इन बदले राजनीतिक हालातों में पटोले ने अपना नया सियासी ठिकाना कांग्रेस में खोज लिया है. यह भी देखें क्या मणिशंकर पर कार्रवाई गुजरात थामने की कोशिश है ? कांग्रेसियों के मोदी विरोधी बोल ट्विटर पर पोस्ट