इंदौर के होल्कर मैदान पर खेले गए भारत और श्रीलंका के बीच दुसरे टी-२० मुकाबले में भारतीय स्पिन गेंदबाजों युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने मिलकर 7 विकेट झटके और अपनी टीम को जेट तक पहुंचाया. भारत द्वारा दिए गए 260 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा कर रहे श्रीलंकाई बल्लेबाज उपुल थंरगा और कुसल परेरा ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर परीक्षा ली. 40 से ज्यादा रन खा चुके कुलदीप यादव को भी कई सफलता हाथ नहीं लग रही थी. हालांकि विकेट के लिए तरस रहे भारतीय गेंदबाजों को सफलता भी कुलदीप ने ही दिलाई. उन्होंने 15वें ओवर में तीन विकेट निकाले. मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि, "पहले तीन ओवर में मैने 45 रन दिए, लेकिन मैं तब भी विकेट लेने के बारे में सोच रहा था. मैं जानता था कि अगर मैं एक विकेट ले लेता हूं तो मुझे दूसरा विकेट मिल जाएगा. पहला ओवर जो मैंने डाला था, उसमें हवा में धीमी गेंद डाली थी, लेकिन विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी और गेंद बल्ले पर बड़ी आसानी से आ रही थी. इसके बाद मैं फिर बाहर गेंदें डाल रहा था." वहीं इस दौरान धोनी और रोहित ने भी कुलदीप का काफी समर्थन किया. इस बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि, "फिर मुझे महसूस हुआ कि मुझे विकेट पर गेंदबाजी करने की जरूरत है. धोनी और रोहित भाई मेरा समर्थन कर रहे थे और कह रहे थे कि विकेट लेने की कोशिश कर. ये छोटा मैदान है छक्के-चौके तो लगेंगे ही। धोनी और रोहित मुझसे बाहर गेंद डालने और ऑफ स्टंप के बाहर वेरिएशन का इस्तेमाल करने को बोल रहे थे. तीन ओवरों में सात विकेट ने वाकई मैच का रूख बदल दिया". तैयार हुआ रविंद्र का 'क्रिकेट बंगला' ब्रॉक को दी धमकी का ब्रॉन स्ट्रोमैन को मिला मुँह तोड़ जवाब जॉन सीना के ट्वीट पर किंग खान ने दिया ऐसा जवाब