बिहार के सुपौल नदी थाना क्षेत्र स्थित सिसौनी गांव में एक महिला के साथ बाढ़ पीड़ित कोष की राशि दिलाने के नाम पर गैंगरेप की शर्मनाक हरकत हुई. पीड़िता ने सुपौल कोर्ट के आदेश के बाद, थाना में सिसौनी पंचायत के वर्तमान पैक्स अध्यक्ष मसूद आलम सहित 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. आरोप के मुताबिक गत 22 नवंबर को पीड़िता, सिसौनी पंचायत के मुखिया निजामुद्दीन के घर पर बाढ़ राहत कोष से राशि लेने के लिए गई थी. इसी दौरान महिला को घर में जबरन बंद कर दिया गया और उसके साथ वर्तमान पैक्स अध्यक्ष मसूद आलम, अखिलेश्वर महतो, रामचंद्र महतो एवं राजकुमार महतो ने मिलकर बहुत देर तक सामूहिक दुष्कर्म किया. आरोपितों ने पीड़िता को धमकी दी कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो उसके पति और पुत्र को जान से मार देंगे. इसीलिए पीड़िता कुछ दिनों तक चुप रही. उसने दूसरे प्रदेश में काम के सिलसिले में रह रहे अपने पति को घर बुलाया. इसी बीच पीड़िता ने घटना की जानकारी सिसौनी पंचायत के मुखिया को दी. मुखिया ने भी मामले को दबाने के लिए पीड़िता को प्रलोभन दिया कि जो मवेशी उसे पालन-पोषण के लिए दे रखे हैं, वह उसके हो जाएंगे. हारकर पीड़िता सुपौल व्यव्यहार न्यायालय पहुंची और वहां एक परिवाद पत्र दाखिल किया गया. इसके आधार पर सुपौल कोर्ट ने पुलिस को संबंधित कांड में मामला दर्ज कर, कार्रवाई का आदेश दिया. इसके बाद सुपौल नदी थाना में 1 जनवरी 2018 को प्राथमिकी दर्ज की गई. फिलहाल सारे आरोपी फरार हैं. घर में घुसकर युवती का अपहरण और गैंगरेप सोशल नेटवर्किंग साईट्स पर कॉलगर्ल्स की बुकिंग 16 दिसंबर के गैंगरेप का मुख्य आरोपी पकड़ाया