चंडीगढ़। पंजाब में एक ऐसा खिलाड़ी मजदूरी करने पर मजबूर है जिसने स्पेशल ओलिंपिक्स वर्ल्ड समर गेम्स वर्ष 2015 में भारत के लिए दो स्वर्ण पदक जीते। मगर सरकारी उदासीनता के कारण उसे मजदूरी करने पर मजबूर होना पड़ गया। इस खिलाड़ी की पहचान राजबीर सिंह के तौर पर हुई है। इस खिलाड़ी ने वर्ष 2015 में महज पंद्रह वर्ष की आयु में इंटरनेशनल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अर्जित किया था। खिलाड़ी का जमकर स्वागत किया गया। मगर, अब इस खिलाड़ी को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यह खिलाड़ी अपने पिता के साथ मजदूरी करने के लिए मजबूर है। हालांकि तत्कालीन भाजपा - अकाली सरकार गठबंधन ने उक्त खिलाड़ी के लिए 15 लाख रूपए के ईनाम की घोषणा की थी मगर, यह राशि उसे प्राप्त नहीं हो सकी। ऐसे में खिलाड़ी अपने खेल का प्रबंध करने के लिए धन नहीं जुटा पा रहा है। उसके पास एक बड़ी समस्या यह है कि वह परिवार को आर्थिक सहयोग करने में अपना हाथ बंटाए या फिर अपने खेल कौशल को निखारने में अतिरिक्त धन लगाए। राजबीर जो कि दो किलोमीटर साइकिलिंग इवेंट में स्वर्ण पदक अर्जित कर चुके थे उन्हें भाजपा - अकाली दल की सरकार ने 15 लाख रूपए का ईनाम देने की घोषणा की थी। मगर अभी तक उन्हें ईनाम नहीं मिल सका है। बॉक्सिंग डे टेस्ट: वॉर्नर ने जड़ा 21वां टेस्ट शतक, निकले कोहली से आगे विराट के बाद अब पांड्या करेंगे शादी, देखिये Pre-Wedding Shoot.. क्रिसमस पर पंजाबी सांग्स पर सांता ने किया शानदार डांस इंडियन आर्मी में कुत्तों का रिटायरमेंट मतलब मौत, लेकिन क्यों