नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय के लिए यह चिंता का विषय बन गया है कि जीएसटी संग्रह में लगातार दूसरे महीने गिरावट दर्ज की गई है . नवंबर में यह 80,808 करोड़ रुपये रहा.जबकि इससे पूर्व महीने में यह 83,000 करोड़ रुपये था. इस बारे में वित्त मंत्रालय के बयान में बताया गया कि 25 दिसंबर तक कुल जीएसटी संग्रह 80,808 करोड़ रुपये रहा. इस अवधि में कुल 53.06 लाख रिटर्न भरे गए. जीएसटी लागू होने के बाद पांचवें महीने में कुल 80,808 करोड़ रुपये में से 7,798 करोड़ रुपये मुआवजा उपकर के रूप में आए . आपको बता दें कि बयान के मुताबिक इस माह में 13,089 करोड़ रुपये केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी), 18,650 करोड़ रुपये राज्य जीएसटी तथा 41,270 करोड़ रुपये एकीकृत माल एवं सेवा कर (आईजीएसटी) के रूप में आए. परस्पर समायोजन के तहत 10,348 करोड़ रुपये आईजीएसटी से सीजीएसटी खाते तथा 14,488 करोड़ रुपये आईजीएसटी से एसजीएसटी खाते में स्थानांतरित किए जा रहे हैं. इस प्रकार, 25 दिसंबर तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार नवंबर में सीजीएसटी और एसजीएसटी का कुल संग्रह क्रमश: 23,437 करोड़ रुपये तथा 33,138 करोड़ रुपये रहा.काउंसिल की अगली बैठक 18 जनवरी को दिल्ली में है. जिसमें जीएसटी से घट रही कमाई को लेकर चर्चा की जाएगी. यह भी देखें चिदंबरम ने जीएसटी पर केंद्र को घेरा संशोधित एमआरपी का स्टीकर लगाने की अवधि बढ़ी