दिल्ली : गुजरात में सरकार को शपथ लिए अभी दो दिन भी नहीं बीते कि वहां से मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल के बीच विभागों को लेकर अनबन शुरू होने की खबरें आनी शुरू हो गई .जबकि कैबिनेट की पहली बैठक भी नहीं हुई. दोनों की खींचातानी में कैबिनेट की बैठक के लिए मंत्रियों को करीब 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ा. वहीं विधायक भी विद्रोही हो रहे हैं. उल्लेखनीय है कि सरकार के शपथ लेने के बाद से तनातनी की खबरें आने लगी थी.गुजरात में भाजपा सरकार में शीर्ष दो नेताओं के बीच अनबन का सबसे प्रमुख कारण विभागों का बंटवारा रहा है. इस विवाद को निपटाने के लिए भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. इस कारण पहली कैबिनेट बैठक में लिए मंत्रियों को करीब 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ा. बता दें कि उपमुख्यमंत्री पटेल विभागों के वितरण से नाराज हैं . दरअसल पटेल गृह और शहरी विकास मंत्रालय चाहते थे जो उन्हें नहीं मिला. इसके अलावा राजस्व और वित्त विभाग भी नहीं दिए गए. पटेल को सड़क एवं भवन, हेल्थ एवं फैमिली, नर्मदा, कल्पसार, चिकित्सा और शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. उधर, सूत्रों के अनुसार वडोदरा से विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी बगावत का बिगुल बजा दिया है . उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के सामने वडोदरा से एक भी विधायक को कैबिनेट में शामिल नहीं करने पर नाराजगी जताते हुए 10 विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने की धमकी तक दे दी है. गुजरात भाजपा में पहली बार ऐसा हो रहा है . यह भी देखें हीरा व्यवसायी ने अपने बेटे को दिया जीवन संदेश निजी स्कूलों पर लगी लगाम