न्यूयाॅर्क। अमेरिका में हार्वे तूफान से जमकर तबाही मची। हालात ये थे कि इस तूफान में बड़े पैमाने पर लोग चपेट में आ गए। तूफान से कुछ भारतीय भी मारे गए। जिसमें भारतीय छात्रा शालिनी भी शामिल है। दरअसल शालिनी सिंह दिल्ली की निवासी थी और वह ए एम विश्वविद्यालय से पब्लिक हेल्थ का पाठ्यक्रम कर रही थी। शालिनी तूफान के बाद निखिल भाटिया और अन्य भारतीय छात्रों के साथ शनिवार को लेक क्षेत्र में पहुॅंची थी। मगर तूफान से निर्मित हुए हालात के बीच वह लेक में डूब की शिकार हो गई। जब उसे बचाने के लिए सुरक्षा जवान लेक में कूदे और उसे खोजा गया तो उसकी हालत बिगड़ गई थी और बाद में उसने दम तोड़ दिया। इसके अलावा एक और विद्यार्थी को लेक में डूबने से नहीं बचाया जा सका। गौरतलब है कि 13 वर्षों बाद इस तरह का तूफान नुकसानकारक रहा है। पुलिस ने तूफान को लेकर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए। अमेरिकी सेना में ट्रांसजेंडर्स की सेवाऐं रहेंगी कंटीन्यू शिनपिंग की आॅंख में खटक रहे हैं पीएम मोदी UN में पास हुआ उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध का प्रस्ताव