वाशिंगटन। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद गहराता जा रहा है। इस विवाद पर अमेरिका की नज़र लगी हुई है। ऐसे में शीर्ष अमेरिकी चीनी विशेषज्ञ बोनी ग्लेसर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की है और इस मसले पर अपनी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन को रोकने के लिए दूसरे देशों के साथ कार्य करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि जापान व अमेरिका इस कार्य में उनके साथ रहे।
उन्होंने चीन और भारत के संबंधों पर गंभीरता से चर्चा की और कहा कि चीन को इस तरह की नीति से कोई लाभ नहीं होगा। एक समाचार पत्र में प्रकाशित जानकारी के अनुसार बोनी ग्लेसर ने बताया कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का दिल्ली जाना उने लिए कारगर नहीं रहा। भारत और चीन के बीच विवाद बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दक्षिण चीन सागर के मसले पर चीन को भारत के विरोध का सामना करना पड़ा।
यह डोकलाम विवाद का ही असर है। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की और कहा कि वे ऐसे नेता हैं जो भारतीय हितों के लिए खड़े रहते हैं। गौरतलब है कि ग्लेसर 1997 में चीन पर रक्षा विभाग की विशेष समिति की सदस्य रही हैं। उनका कहना था कि चीन के लिए भारत एक बड़ी चिंता है। एशिया में चीन चाहता है कि वही महाशक्ति बना रहे मगर वह भारत को एक बाधा के तौर पर मानता है, उसके लिए भारत एक बड़ा राजनीतिक खतरा है।
चीनी मिडिया की सुर्ख़ियो में भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह
चीन ने भारत से डोकलाम में सेना हटाने के लिए कहा
भारत के पत्रकारों को बताया किस तरह चीन तैयार करता है सैनिक