तेहरान। ईरान ने अमेरिका की निंदा करते हुए कहा है कि, अमेरिका उसके आंतरिक मामलों में दखल न दे। जिस तरह का बयान अमेरिका के राष्ट्रपति ने ईरान में हुए प्रदर्शनों को लेकर दिया है वह ठीक नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के कुछ शहरों को लेकर जो बयान दिए हैं वे अवसरवादिता व कपट के परिचायक हैं। गौरतलब है कि समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट में जानकारी सामने आई है कि, इंधन व ब्रेड सहित विभिन्न बुनियादी आवश्यकता की वस्तुओं की कीमतें बढ़ाने हेतु, सरकार द्वारा संभावित कदमों को लेकर, ईरान के प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस मामले में कासेमी ने कहा कि, ईरान अपने शहरों में जुटी भीढ़ को लेकर, अवसरवादी व कपटपूर्ण समर्थन को लेकर, अन्य कुछ नहीं है। इस मामले में डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया और लिखा कि आर्थिक हालात के विरूद्ध ईरान में जो विरोध हो रहा है। वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत है। ईरान, सरकार को देश की जनता के अधिकार का सम्मान करना चाहिए। यदि ईरान सरकार ऐसा नहीं करती है तो फिर, उसे वैश्विक स्तर पर जवाब देना पड़ सकता है। अमेरिका ने ईरान को लेकर विरोध ऐसे समय किया है जब ईरान ने एक, मिसाईल का परीक्षण किया। हालांकि, अमेरिका ने ईरान को चेताया था कि, यदि उसने हथियारों का प्रयोग किया तो फिर, उसे परमाणु समझौते से अलग किया जा सकेगा। गौरतलब है कि, उक्त मिसाईल का परीक्षण शुक्रवार 22 सितंबर की देर शाम किया गया था। इस मामले में अब किसी तरह की जानकारी नहीं मिल सकी है। इस मामले में जानकारी मिली है कि, एरोस्पेस डिविजन के वरिष्ठ कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अमीर अली हाजिजादेह ने कहा कि, बैलिस्टिक मिसाइल जिसका परीक्षण हुआ था, वह अपने साथ अन्य हथियार भी ले जा सकती है। यूएन में बैन का नाॅर्थ कोरिया ने किया विरोध अमेरिकी सेना में किन्नरों को मिल सकेगी भर्ती यूएन ने उत्तर कोरिया को किया बेन यूएन बाल कोष की कार्यकारी निदेशक नियुक्त हुईं हेनरिटा