प्योंगयांग। उत्तर कोरिया ने अपने उपर संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को गलत बताया है। उसका कहना है कि, जो प्रतिबंध उत्तर कोरिया पर लगा गए हैं वे गलत हैं। उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के माध्यम से कहा कि, इस तरह के प्रतिबंधों के माध्यम से देश को आर्थिक तौर पर तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उसका कहना है कि, उसे युद्ध के लिए उकसाया जा रहा है।
हम तो अमेरिका द्वारा धमाकाए जाने और अन्य मसलों पर अपनी सामरिक शक्ति को बढ़ा रहे थे जिससे हमें अमेरिका की धमकियों का सामना न करना पड़े। मगर इस तरह के प्रतिबंध हमारी संप्रभुता पर हमला हैं। उत्तर कोरिया जिस तरह से अपनी शक्ति बढ़ाने का प्रयास कर रहा है वह अमेरिका को खल रहा है। सुरक्षा परिषद के करीब 15 सदस्यों ने अमेरिकी प्रस्ताव का समर्थन किया। इस तरह के प्रतिबंधों के अंतर्गत उत्तर कोरिया का पैट्रोलियम आयात 90 प्रतिशत तक कम करने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
उत्तर कोरिया ने 28 नवंबर को आयुध परीक्षण किया था जिसके बाद से ही उस पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए। अमेरिका का कहना है कि, पेट्रोल उत्पादों के आयात की सीमा साल में पांच लाख बैरल और कच्चे तेल की सीमा 40 लाख बैरल प्रति साल कर दी गई है। अमेरिका का कहना है कि वह मामले का कूटनीतिक समाधान चाहता था। उस पर यूएन में बैन लगा है। गौरतलब है कि इसके पहले अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि यदि उत्तर कोरिया ने परमाणु हमले का कदम उठाया तो फिर उत्तर कोरिया को पूरी तरह नष्ट कर दिया जाएगा।
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संयुक्त राष्ट्र की उत्तर कोरिया पर सख्ती