ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कर्नाटक के बागलकोट में एक शादी समारोह के दौरान अपने भाषण में कहा कि “मुसलमानों को अपनी बीवियों की इज्जत करनी चाहिए. साथ ही इस बात को समझना चाहिए कि उनके घर में बीवियां सिर्फ घर का काम करने या फिर खाना बनाने के लिए नहीं है.” शादी समारोह में आए लोगों से उन्होने कहा, “महिलाएं सिर्फ घर का काम करने या फिर खाना बनाने के लिए नहीं होती हैं, बल्कि वो घर की रानियां होती हैं. अभी जो माहौल है, उससे यह लगता है कि हमारे यहां महिलाओं के हालात बहुत खराब है.” तीन तलाक बिल पर तंज़ कसते हुए ओवैसी ने कहा कि, “अल्लाह जेल से नहीं डरता है और जो कानून बनाकर जेल का डर दिखाया जा रहा हैं, उससे फर्क नहीं पड़ेगा.” उन्होने आगे कहा कि, “आप अल्लाह का डर देखिए. आप अपने वालिद, बीवी और अपने बच्चों से बेइंतहा मोहब्बत कीजिए”. ओवैसी ने कहा, “कौन क्या कानून बनाता है, हमें इससे फर्क नहीं पड़ता है. हमको तूफान का सामना करना होगा और इसके लिए हम सबको एकजुट होना होगा. इस तूफान में किश्ती को बचाने की जिम्मेदारी हम सभी की है.” उन्होंने कहा, “शरीयत की हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है. सिर्फ नारा लगाने या फिर किसी मौलाना के नारा लगाने से शरीयत की हिफाजत नहीं होती है. हमने सबको आजमा कर देख लिया है. अब समय आ गया है कि हम खुद ही अपनी हिफाजत करें.” वन्देमातरम गाने और हाथ जोड़ने पर छात्रों की पिटाई भाई और माँ की भयावह मौत से सदमा पुलिस मुठभेड़ के बाद 25,000 का इनामी बदमाश पकड़ाया