दलित आंदोलन से उठकर गुजरात के विधायक बने जिग्नेश मेवाणी को कांग्रेस के लिए काफी उपयोगी माना जा रहा है.क्योंकि जिग्नेश ने बीजेपी और मोदी के खिलाफ देश के बाकी राज्यों में जंग छेड़ दी हैं वे कांग्रेस के लिए परोक्ष रूप से दलित चेहरा बनकर आए हैं. वहीँ जिग्नेश कर्नाटक में मोदी के खिलाफ प्रचार का ऐलान भी कर चुके है. अब देखना यह होगा कि वे मोदी के लिए कितने घातक साबित होते हैं. आपको बता दें कि अगले साल देश के आठ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इनमें प्रमुख रूप से कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, शामिल हैं. इनमें से तीन जगह बीजेपी और एक जगह कांग्रेस की सरकार है. इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट के त्रिपुरा और मेघालय भी हैं, जहां विधानसभा चुनाव होने हैं. गुजरात के बाद अब बीजेपी का टारगेट कर्नाटक है. यहां पर मौजूदा समय कांग्रेस विराजमान है. कर्नाटक की सत्ता को छीनने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरी तैयारी कर ली है. इसके लिए बीजेपी पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के चेहरे को आगे बढ़ाकर चुनावी जंग में उतर रही है. गुजरात में मोदी की मुश्किलें बढ़ाने के बाद अब जिग्नेश मेवाणी ने मोदी और बीजेपी के खिलाफ कर्नाटक के सियासी रण में उतरने का फैसला किया है. वे किसी भी पार्टी में शामिल होने से इनकार करते हैं, लेकिन बीजेपी के खिलाफ हर कदम उठाने को तैयार हैं. गुजरात और हिमाचल में सीएम पर सस्पेंस UP के कई जिलों में बिजली लाइन में गोलमाल बीएचयू: उपद्रवी छात्रों के नाम पुलिस को सौंपे गए