मनीला : काई-ताक तूफान प्रभावित इलाको में राहत और बचाव कार्य जोरो पर है, सेना और सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. इसी बीच ये ऊष्ण कटिबंधीय तूफान काई-ताक धीरे-धीरे फिलिपीन के पूर्वी हिस्से की ओर बढ़ रहा है. जिसकी वजह से आई बाढ़ के कारण हजारों की संख्या में लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं. साथ ही तीन मछुआरे भी शनिवार से लापता हैं. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. देश की मौसम सेवा ने बताया कि काई-ताक तूफान की वजह से हवाएं 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि तूफान की वजह से देश के तीसरे सबसे बड़े द्वीप सामर तथा समीपवर्ती लायते द्वीप में भारी बारिश हुई, जिससे बाढ़ आ गई और जगह जगह भूस्खलन भी हुए. प्राकृतिक आपदा की वजह से 38,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. चार साल पहले करीब 45 लाख की आबादी वाले इन द्वीपों में हैयान तूफान का कहर टूटा था. जिसमें 7,350 लोग या तो मारे गए या लापता हो गए. गौरतलब है कि भारत के तटीय इलाको पर पिछले दिनों ओखी तूफान ने कहर बरपाया था. जिसके कारण तमिलनाडु और केरल में भरी तबाही हुई थी. पीएम मोदी ने किया ओखी को लेकर ट्वीट ओखी तूफान - सीएम योगी ने की 5 करोड़ की मदद महाराष्ट्र है ओखी का अगला टारगेट गुजरात की ओर बढ़ा ओखी चक्रवात ओखी के कोप से डरे पर्यटक