नई दिल्ली : मोदी सरकार आगामी 1 फरवरी को अपना आखिरी पूर्ण बजट पेश करेगी.अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के कारण पूर्ण बजट पेश नहीं होगा.इसलिए संभावना यही व्यक्त की जा रही है कि इस साल का बजट आम लोगों से लेकर नौकरीपेशा को लुभाता नजऱ आएगा. आयकर में छूट की सीमा भी बढ़ाई जा सकती है. इस साल के बजट में एक ख़ास तब्दीली यह आई है,कि बजट में सस्ता और महंगा का मामला नहीं रहेगा, क्योंकि अब जीएसटी काउन्सिल चीजों की कर दरों का निर्धारण करेगी इसके लिए काउन्सिल कल 18 जनवरी को बैठक करने वाली है . इसलिए अब इस बजट में सरकार का उद्देश्य सिर्फ आयकर में लोगों को ज्यादा से ज्यादा राहत देना और सरकार का खजाना भरने पर केंद्रित रहेगा. उल्लेखनीय है कि अभी आयकर में छूट की सीमा 2.5 लाख रुपए है, लेकिन सूत्रों के अनुसार वित्‍त मंत्री अरुण जेटली इस बार आम जनता को इस मामले में कुछ राहत दे सकते हैं. बता दें कि अभी 2.5 से 5 लाख रुपए तक की आय पर 5 प्रतिशत , 5 लाख से 10 लाख रुपए की आय पर 20 प्रतिशत और 10 लाख से ज्यादा की आय पर 30 प्रतिशत आयकर देय है. 5 और 20 प्रतिशत के बीच एक बहुत बड़ा अंतर है,इसे भरने के लिए एक नया टैक्‍स स्लैब 10 प्रतिशत का भी आ सकता है वहीं 3 लाख रुपए तक की आय को कर मुक्त किया जा सकता है. यह भी देखें आम बजट से होगी फ़रवरी माह की शुरुआत आइये जानते हैं बजट टैक्स के बारे में