IAS अधिकारी दीपक आनंद ने नौकरी के 10 साल में करोड़ों की काली कमाई की. बुधवार को आर्थिक अपराध इकाई (एसवीयू) ने देर रात तक छापेमारी कर उनके बिहार के सीतामढ़ी समेत विभिन्न ठिकानों पर छापा मारकर एक करोड़ 55 लाख से अधिक का काला धन बरामद किया. बालू माफिया से सांठगांठ के आरोप में दीपक आनंद को छपरा के डीएम पद से मार्च 2017 में हटा दिया गया था. जिसके बाद से वह पटना के सर्किट हाउस के एक कमरे में रह रहे थे. वहां छापे में 76 लाख से अधिक के चल-अचल संपत्ति का पता चला है. एसवीयू के आइजी रत्न संजय कटियार ने जानकारी देते हुए बताया कि, “उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया गया है. विशेष निगरानी इकाई की टीम सबसे पहले वहां पहुंची. यहां उनके कमरे की तलाशी ली गई तो 25 लाख रुपये के किसान विकास पत्र, 27 लाख, 50 हजार रुपये के पोस्टल डिपॉजिट से संबंधित कागजात और 25 लाख रुपये के स्वर्णाभूषण की खरीद की रसीद मिली है.” दीपक के पटना, सीतामढ़ी कटिहार और झारखंड तक के ठिकानों पर छापेमारी की गई. मूलरूप से वह सीतामढ़ी के रहने वाले हैं. कटिहार में उनकी पत्नी एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही हैं, वहाँ जाकर एसवीयू ने उनकी पत्नी के हॉस्टल के कमरे को भी सील कर दिया है. जिगीशा के दो हत्यारो को मौत बदली उम्रक़ैद में थाने के पास स्थित एटीएम उखाड़कर ले गए बदमाश मंगलुरु में हिन्दू कार्यकर्ता की हत्या