फरीदाबाद. हरियाणा में गुडग़ांव के फोर्टिस अस्पताल के मामले के बाद अब यहाँ के एक और निजी अस्पताल के बड़ी रकम वसूली के बाद भी इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया है. फरीदाबाद के अजरौंदा चौक स्थित क्यूआरजी सेंट्रल अस्पताल में भी डेंगू की मरीज 50 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई. इसके बाद अस्पताल ने 7 रुपये का बिल परिजनों को थमा दिया. नाराज़ परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया, पुलिस ने वहाँ पहुंचकर स्थिति को काबू किया. जवाहर कालोनी निवासी 50 वर्षीय नाजमा परवीन को गत 20 नवंबर को क्यूआरजी अस्पताल में डेंगू की शिकायत के चलते दाखिल करवाया गया था. नाजमा के भतीजे यूसूफ खान ने आरोप लगाया है कि “डाक्टरों की लापरवाही के चलते कईं दिन पहले चाची की मौत हो गई थी. फिर भी अस्पताल वाले शव को वेंटीलेटर पर रखकर उनका बिल बढ़ाते रहे.” परिजनों ने हंगामा करते हुए अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने कहा कि अगर वह अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई के लिए शव का पोस्टमार्टम करवाना पड़ेगा, किन्तु ने पोस्टमार्टम को अपने धर्म के खिलाफ मानते हुए परिजन शव अपने साथ लेकर चले गए. अस्पताल प्रबंधन ने इन सभी आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि “मरीज के इलाज में किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरती गई. मरीज की मौत डेंगू से नहीं बल्कि किडनी में संक्रमण के चलते हुई है.” यूके की बड़ी पाइपलाइन बंद होने से बढे ईंधन के दाम ओशो के यह विचार रोक सकते हैं दुष्कर्म ? पति की हत्या कर, प्रेमी को दिया पति का चेहरा