कैसरगंज के ग्राम प्रधान के भाई ने पूर्व विधायक के दो बेटों, ग्राम विकास अधिकारी समेत नौ लोगों पर अपहरण का आरोप लगाया, लेकिन असलियत सामने आ गई, कि उन दोनों ने ही चुनावी रंजिश के चलते विरोधियों को फंसाने के लिए अपहरण की ये साजिश रची थी. फखरपुर विकास खंड अंतर्गत बौंडी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत दिकोलिया के ग्राम प्रधान निरहू 28 नवंबर को घर से गायब हो गए. उनके छोटे भाई बिहारी भास्कर ने बौंडी थाने में बीते तीन दिसंबर को दिकोलिया निवासी कैसरगंज के पूर्व विधायक हसीब खां के पुत्र जावेद खां व उजेर अहमद समेत कई लोगों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए तहरीर दी और मामले की शिकायत मुख्यमंत्री, डीएम, सीडीओ, डीपीआरओ, वीडीओ व सीओ से लिखित रूप से की. जिस पर बौंडी पुलिस ने सर्विलांस सेल का सहारा लिया. कॉल डिटेल के आधार पर ग्राम प्रधान के भाई बिहारी लाल पर शक हुआ. जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने साजिश की कहानी बता दी. पुलिस ने छापेमारी कर गायब ग्राम प्रधानको ग्राम पंचायत मुरौव्वा के मजरा धोबिनपुरवा के एक घर से बरामद कर लिया. उन्होंने बताया कि अपने विरोधियों को फंसाने के लिए यह अपहरण का स्वांग रचा गया था. एसओ विद्यासागर वर्मा ने बताया की ग्राम प्रधान राम मिलन भास्कर और बिहारी लाल भास्कर को शांतिभंग के आरोप में जेल भेजा गया है. ओशो के यह विचार रोक सकते हैं दुष्कर्म ? पति की हत्या कर, प्रेमी को दिया पति का चेहरा पुलिस दरोगा ने बीजेपी नेता को पीटा