पेरू की संसद ने शुक्रवार के दिन राष्ट्रपति प्रेडो पाब्लो कुजिंस्की को बर्खास्त करने वाले प्रस्ताव पर असहमति जताते हुए उसे खारिज कर दिया. वहीं पेरू के राष्ट्रपति ने मानवीय आधार पर पूर्व राष्ट्रपति अल्बटरे फुजिमोरी को क्षमादान दे दिया. 1990-2000 तक फुजिमोरी पेरू के राष्ट्रपति रहे. वही फुजिमोरी पर भ्रष्टाचार और मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप होने के कारण वे 25 साल के लिए जेल की सलाखों के पीछे थे. गौरतलब है कि 79 वर्ष के फुजिमोरी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. चिकित्सकों का कहना है कि अगर उन्हें ऐसी हालत में कारावास में रखा जाएगा तो उनकी जान को भी खतरा हो सकता है. इसके बाद राष्टपति प्रेडो पाब्लो कुजिंस्की ने फुजिमोरी को क्षमादान दे दिया. इसके लिए फुजिमोरी की तरफ से 11 दिसंबर को क्षमादान की याचिका दायर की गयी थी. वहीँ पेरू की संसद में राष्ट्रपति प्रेडो पाब्लो कुजिंस्की के खिलाफ एक प्रस्ताव लाया गया था जिसमे उन्हें बर्खास्त करने की बात थी. संसद ने विपक्ष के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया. प्रेडो के खिलाफ ब्राजील की कम्पनी ओडेब्रेट के साथ संबंधों के चलते विपक्ष उनके खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव लेकर आया था. संसद में सांसदों ने इस मुद्दे पर काफी बहस की और सदन में घंटों तक इस पर चर्चा चली. तकरीबन 13 घंटे तक चले इस सत्र के बाद महाभियोग के प्रस्ताव को रद्द कर दिया गया. वहीँ इस प्रस्ताव के पक्ष में कुल 79 मत आये जबकि कानून के मुताबिक किसी भी प्रस्ताव को पारित करने के लिए सदन के 130 विधायकों में से कम से कम 87 वोटों की जरूरत होती है. पक्ष में वोट ना मिलने की वजह से संसद ने इस प्रस्ताव को अस्वीकृत कर दिया. पाक में आतंक के आका का जोर, दूर नहीं गद्दी और लाहोर रूस बनाएगा स्पेस स्टेशन में 5 स्टार होटल इसरो के पूर्व प्रमुख की ज़मानत मंजूर