पुलिस की लापरवाही ने ली प्रॉपर्टी डीलर की जान

पटना के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के मामले में फरीदाबाद पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है. मरने के पहले उसने पुलिस को फोन भी किया था, पर पुलिस को पीड़ित की लोकेशन ढूंढने में करीब 4 घंटे लग गए, जबकि वह करीब 3 किलोमीटर के एरिया में ही थी. इसके अलावा पुलिस ने एक रिश्तेदार को दूसरे थाने का मामला बताकर टरका दिया था.

पटना के चंपाचक क्षेत्र के बेतिया निवासी प्रवीण विश्कर्मा प्रॉपर्टी डीलर थे. पेमेंट करने व इस संबंध में बात करने का झांसा देकर वरुण सिंह ने 29 नवंबर की शाम प्रवीण को फ्लाइट की टिकट बुक कराकर दिल्ली बुलाया था. फरीदाबाद ले जाकर पहले उनके साथ मारपीट की गई, फिर 2 गोलियां मारकर उन्हें सूरजकुंड-पाली रोड पर फेंक दिया. होंश आने पर प्रवीण ने अपने पपरिजनों को कॉल किया. उनके साले राजेश शाम करीब 5 बजे पाली चौकी पहुंचे और पुलिस से संपर्क किया. वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने मामला दिल्ली का बताते हुए उन्हें टरका दिया. 

परिजनों का आरोप है कि प्रवीण ने पुलिस कंट्रोल रूम से भी संपर्क साधा, पर वहां तैनात पुलिसकर्मी ने ध्यान नहीं दिया. पुलिस आयुक्त  हनीफ कुरैशी ने कहा, “इस मामले में पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके जानकारी देने की बात सामने आई है, जिसकी जांच कराई जा रही है। पुलिस कंट्रोल रूम में एक-एक कॉल के आने व उसे अटैंड करने वाले की डिटेल होती है। जांच के दौरान अगर कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”

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