इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकार ने नेशनल असेंबली को जानकारी देते हुए कहा कि, उसे पता नहीं है कि, देश का पहला राष्ट्रीय ध्वज कहां है। पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान ने कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना को 11 अगस्त 1947 को संविधान सभा की पहली बैठक के तहत, राष्ट्रीय झंडा सुपुर्द किया गया। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि, ध्वज की रक्षा हेतु वे जिम्मेदार नहीं है उनके पास केवल ध्वज से जुड़े नियमों की जवाबदारी है। सांसद खालिदा मंसूर ने प्रधानमंत्री खान द्वारा जिन्ना को सौंपे गए देश के पहले ध्वज को लेकर सवाल किए थे। उन्होंने पूछा था कि, आखिर ध्वज कहां है और किस स्थिति में है क्या उसे संभालकर रखा गया है। आखिर नेशनल असेंबली को पाकिस्तान के पहले ध्वज के बारे में जानकारी होना चाहिए थी। सरकार की जिम्मेदारी है कि, वह ध्वज को संरक्षित रखे और इस बारे में संसद को जानकारी दे। यह देश की राष्ट्रीय धरोहर है। उल्लेखनीय है कि, 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश राजसत्ता से आजादी मिली, मगर भारत दो भागों में बंट गया। एक भाग पाकिस्तान कहलाया तो एक भारत जिसे हिंदुस्तान भी कहा जाता है। पाकिस्तान के प्रथम प्रधानमंत्री मोहम्मद अली जिन्ना थे। कहा जाता है कि, स्वाधीनता के बाद सत्ता को लेकर कुछ नेताओं में चर्चा हुई थी। जिसमें भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना में कुछ मतभेद हो गए थे। जिसकी परिणामस्वरूप पाकिस्तान का जन्म हुआ। विराट को टक्कर देने खड़ा है पाकिस्तान का ये बल्लेबाज पाकिस्तान ने दक्षिण एशिया में परमाणु युद्ध का खतरा बताया पाकिस्तान में रविवार की प्रार्थना के दौरान चर्च पर आतंकी हमला