नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेल हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की है. यदि रेलमंत्री सुरेश प्रभु का इस्तीफा मंजूर कर लिया जाता है तो हादसों की जिम्मेदारी के बाद इस्तीफा देने वाले सुरेश प्रभु तीसरे रेलमंत्री होंगे. इससे पहले लाल बहादुर शास्त्री और नीतीश कुमार रेल हादसों के बाद नैतिकता के आधार पर जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे चुके है. बता दे कि हाल में उत्तर प्रदेश में हुए रेल हादसों के बाद विपक्ष द्वारा रेलमंत्री सुरेश प्रभु को इन हादसों के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है. उनके इस्तीफे देने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है. ऐसे में हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेकर वह इस्तीफा देते है तो सुरेश प्रभु ऐसे तीसरे रेलमंत्री होंगे जो नैतिक जिम्मेदारी लेकर अपना त्यागपत्र देंगे. इससे पहले पंडित जवाहर लाल नेहरू के कार्यकाल में तमिलनाडु के अरियालुर में 27 नवंबर 1956 को भीषण ट्रेन हादसा हुआ था. हादसे में करीब 142 लोगों की मौत हो गई थी. जिस समय लाल बहादुर शास्त्री रेल मंत्री थे. उन्होंने हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेकर अपना इस्तीफा दिया था. अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में नीतीश एनडीए सरकार में रेलमंत्री थे, जिन्होंने 1999 में गैसाल ट्रेन हादसे के बाद अपना त्यागपत्र दे दिया था . वही अब रेलमंत्री प्रभु ने भी इस्तीफे की पेशकश की है. हालांकि अभी उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया है. पढ़िए देश-विदेश से जुड़ी छोटी-बड़ी ताज़ा खबरे न्यूज़ ट्रैक पर सीधे अपने मोबाइल पर मानव रहित फाटक पर डम्पर से टकराई ट्रेन, 10 डिब्बे पटरी से उतरे पठान ब्रदर्स देंगे जम्मू-कश्मीर के दो युवाओ को क्रिकेट कोचिंग पाकिस्तान की आजादी ट्रेन में हिजबुल के आतंकी बुरहान वानी को बना दिया हीरो! ट्रैन हादसे में 23 की मौत, CM योगी से लेकर PM मोदी ने हादसे को बताया दुखद रेल हादसे पर लालू ने मांगा रेल मंत्री का इस्तीफा, राहुल गांधी ने भी किया ट्वीट