पटना- देश के कई क्षेत्रों में तेज़ बारिश और बाढ़ से लोग परेशान हैं. गुजरात, राजस्थान के बाद बिहार में बाढ़ से बड़े पैमाने पर लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ से खराब हुए हालातों को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज हवाई मार्ग से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार लगभग 10 लाख लोग बारिश और बाढ़ से बेघर हो गए हैं. राज्य के 38 जिलों में से 9 जिलों में हालात बेहद खराब हैं. हालांकि प्रभावितों को सुरक्षित क्षेत्रों की ओर ले जाया जा रहा है. मगर फिर भी बाढ़ से कई क्षेत्रों में लोगों के घरों में पानी भरने से जमकर नुकसान हुआ है. बिहार सीमा से सटे नेपाल में बारिश से भूस्खलन और बाढ़ से हालात खराब हो गए हैं. हालांकि नेपाल में राहत और बचाव के कार्य किए जा रहे हैं लेकिन यहाॅं से लगभग 2.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिए जाने से हालात बेकाबू हो गए हैं. ऐसे में बिहार के कुछ क्षेत्रों की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और यहाॅं पर नदियाॅं उफान पर हैं. जो राज्य बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं उनमें अररिया, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, पश्चिम चंपारण, बेतिया, पूर्व चंपारण, मोतिहारी, दरभंगा व सीतामढ़ी जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. राज्य के प्रिंसिपल सेके्रटरी प्रत्याय अमृत ने कहा कि राहत और बचाव कार्य को लेकर एनडीआरएफ की पाॅंच टीमें कार्य कर रही हैं. ये टीमें किशनगंज में है जबकि दो टीमें पुर्णिया में हैं. अररिया में हालात बेहद खराब हैं यहाॅं पर एनडीआरएफ का एक दल कार्य कर रहा है. साथ ही रेलवे यातायात भी बाधित हुआ है. जोरदार बारिश के चलते बिहार के सीतामढ़ी व शिवहर जिले में बाढ़ के हालात हैं. नेपाल में बाढ़ और बारिश से हालात खराब, 30 की मौत उत्तर बिहार में बाढ़ से हालत चिंताजनक, 11 की मौत नेपाल में बादल फटने से बाढ़ का कहर, अभी तक 55 की हुई मौत