पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने यहाँ के ऐतिहासिक कटासराज मंदिर में भगवान राम और हनुमान की मूर्तियां न होने पर प्रश्न उठाए, साथ ही मंदिर परिसर में तालाब के सूखने पर भी नाराजगी जाहिर की. मंदिर परिसर में पवित्र सरोवर के सूखने पर स्वत: संज्ञान लेने के बाद सुनवाई करते हुए प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार ने सवाल किया, ‘‘क्या अधिकारियों के पास मूर्तियां हैं या उन्हें भी कहीं और विस्थापित कर दिया?” न्यायमूर्ति निसार ने कहा कि “कटासराज सरोवर सूख रहा है क्योंकि पास की सीमेंट फैक्ट्रियां कई बोरवेल के जरिये बड़ी मात्रा में पानी खींच रही हैं जिससे जमीन के अंदर जलस्तर कम हो रहा है.” इस पर इवैकुई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड के वकील ने इसके लिए बोर्ड के पूर्व चेयरमैन आसिफ हाशमी को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि हाशमी लाखों रुपये का घोटाला कर देश छोड़ कर भाग गया. कोर्ट ने क्षेत्र में सीमेंट फैक्ट्रियों को ‘विध्वंसकारी’ बताते हुए मंदिर के पास स्थित फैक्ट्रियों के नाम बताने को कहा. पंजाब सरकार के वकील ने अदालत को बताया कि मंदिर के पास बेस्ट वे सीमेंट फैक्ट्री चकवाल और डीजी खान सीमेंट सहित कई अन्य फैक्ट्री हैं. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में स्थित कटासराज, 2000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. मान्यता के अनुसार भगवान शिव की पत्नी सती की मौत पर शिव के रोने के कारण कटासराज मंदिर परिसर में आंसू का तालाब बन गया था. अपने अपहरण की शाजिश रच विरोधियों को फंसाने की चाल प्रिंसिपल एक महीने से कर रहा था छात्रा से दुष्कर्म हरियाणा में फिर 17 लाख के बिल के बावजूद मरीज़ की मौत