रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पहली बार फाइनल में पहुंचाने वाली विदर्भ की टीम की नजरें अब फाइनल मुकाबला भी अपने नाम करने पर है. अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाने वाले तेज गेंदबाज रजनीश गुरबानी ने बताया कि जब उन्होंने अपने कोच चंद्रकांत पंडित को खुश देखा तब वे खुद काफी भावुक हो गए थे. के खिलाफ लेकर अपनी टीम को फाइनल में जगह दिलाई. गौरतलब है कि कर्नाटक और विदर्भ के बीच हुए दूसरे सेमीफाइनल में गुरबानी ने 12 विकेट चटकाए थे. जिसके सहारे टीम फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहा. मैच के बाद उन्होंने कहा कि, 'आखिरी विकेट लेने पर चंदू सर की खुशी देखने के बाद मैं काफी भावुक हो गया था.' गुरबानी ने आगे कहा, 'मैं पूरी रात काफी घबराया हुआ था. पहले मैं 12:30 बजे उठा, मुझे लगा कि सुबह के छह बज गए हैं. इसके बाद मैं 4:30 बजे उठा और इसके बाद मैं सो नहीं सका. पांच बजे उठकर मैं तैयार होने लगा और छह बजे तक तैयार हो गया. दो बार क्वार्टर फाइनल में मात खाने के बाद इस साल हम फाइनल खेलने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध थे.' उन्होंने अपनी बात पूरी करते हुए कहा कि, "जब मैं मैदान पर गया तो कोच ने मुझे प्रोत्साहन दिया और किसी तरह मुझे शांत किया. मैदान के अंदर जब विकेट नहीं मिल रहे थे तो मुझे काफी परेशानी हो रही थी. इसके बाद मेरे सीनियर खिलाड़ियों, कप्तान और चंदू सर ने मुझे शांत रहने को कहा." भारतीय अंडर-19 विश्व कप टीम को कोहली की सलाह रैसल किंग्डम 12 से वापसी करेंगे क्रिस जैरिको जेट पंप्स में छिपाकर सोने की स्मगलिंग